Shri Pitambara Peeth : रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक, शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची

SHARE:

Shri Pitambara Peeth : पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश महाराज ने बताया कि रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक। शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची

बिलासपुर । श्री पीतांबरा पीठ त्रिदेव मंदिर सुभाष चौक सरकंडा स्थित श्री शारदेश्वर पारदेश्वर महादेव जीव का महा रुद्राभिषेक नमक चमक विधि द्वारा किया गया, इस अवसर पर प्रतिदिन चार पाठ नमक चमक द्वारा भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक प्रातः 9:00 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर 1:00 तक चलेगा तत्पश्चात का महाआरती किया जाएगा।सावन के पावन पर्व पर प्रथम दिन भारी मात्रा में श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक किया गया। साथ ही नमक चमक विधि द्वारा रुद्राभिषेक में हर्षवर्धन अग्रवाल अधिवक्ता छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट, अदिति अग्रवाल उपस्थित हो महादेव का रुद्राभिषेक किये।

श्री पीतांबरा पीठ में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव में यशवंत शर्मा, प्रिया शर्मा, महिमा जाधव,  संतोष गुप्ता,  संगीता गुप्ता, छाया सिंह, सुपर्णा सिंह आदि श्रद्धालुगणों द्वारा गुरु पूजन किया गया।

Shri Pitambara Peeth : रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक, शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची

https://targetofchhattisgarh.com/shri-pitambara-peeth

पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज ने बताया कि रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक। शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। शिव को ही ‘रुद्र’ कहा जाता है, क्योंकि रुतम्-दु:खम्,द्रावयति-नाशयतीतिरुद्र: यानी कि भोले सभी दु:खों को नष्ट कर देते हैं। हमारे द्वारा किए गए पाप ही हमारे दु:खों के कारण हैं। रुद्रार्चन और रुद्राभिषेक से हमारी कुंडली से पातक कर्म एवं महापातक भी जलकर भस्म हो जाते हैं और साधक में शिवत्व का उदय होता है तथा भगवान शिव का शुभाशीर्वाद भक्त को प्राप्त होता है और उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि एकमात्र सदाशिव रुद्र के पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है।

साथ ही पीठाधीश्वर ने कहा प्रत्येक श्रद्धालु को पूजा के दौरान अपनी पहनावें का भी विशेष ध्यान देना चाहिए सदैव पूजा भारतीय परिधान में ही किया जाना चाहिए जैसे माताएं साड़ी एवं पुरुष धोती।

Leave a Comment

और पढ़ें