शैक्षणिक संस्थानों के समीप मदिरा दुकान के स्थानांतरण की मांग, छात्रों ने उठाई आवाज

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रायपुर । छत्तीसगढ़ के कोनी क्षेत्र, जो राज्य का प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है, में स्थित विभिन्न शासकीय विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेजों, तकनीकी महाविद्यालयों और निजी विद्यालयों के समीप एक मदिरा दुकान की मौजूदगी ने छात्रों और स्थानीय निवासियों के बीच चिंता का विषय बन गया है। इस क्षेत्र में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थान स्थित हैं, जिन्हें “छात्र केंद्र” के रूप में भी जाना जाता है।  छात्र प्रतिनिधियों ने इस मदिरा दुकान के कारण होने वाली समस्याओं को लेकर एक औपचारिक शिकायत दर्ज की है। उनका कहना है कि दुकान की मौजूदगी से न केवल छात्र नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं, बल्कि इससे उनके आवागमन में भी असुविधा हो रही है। कई छात्रों ने शिकायत की है कि इस दुकान के आसपास का माहौल उनके लिए असुरक्षित और असहज है, जो उनकी पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है।  छात्र प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की है कि कोनी में स्थित इस मदिरा दुकान को तत्काल किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने कहा, “शैक्षणिक संस्थानों के समीप इस तरह की दुकान का होना न केवल छात्रों के भविष्य के लिए खतरा है, बल्कि यह क्षेत्र के शैक्षणिक वातावरण को भी दूषित कर रहा है।”  स्थानीय निवासियों और छात्र संगठनों ने भी इस मांग का समर्थन किया है। एक छात्र संगठन के प्रतिनिधि ने कहा, “हम चाहते हैं कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले और लाखों छात्रों के हित में इस दुकान को स्थानांतरित करे।”  हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज हुई है, जहां कुछ उपयोगकर्ताओं ने दावा किया कि यह दुकान कथित तौर पर एक राजनीतिक नेता के प्रभाव के कारण संचालित हो रही है। हालांकि, इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

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