कोरबा । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। सर्वाधिक समर्थन मूल्य, माइक्रो एटीएम, त्वरित भुगतान प्रणाली, ऑनलाइन टोकन, उपार्जन केंद्रों में सुव्यवस्थित व्यवस्था और बेहतर सुविधा की मजबूती जैसे प्रयासों ने किसानों के मन में सरकार के प्रति विश्वास को और सुदृढ़ किया है। सरकार का लक्ष्य है कि हर किसान बिना किसी कठिनाई के अपनी उपज बेच सके तथा उसे मेहनत का पूरा और पारदर्शी मूल्य मिल सके।
गाँव तालापार के किसान श्री बसंत सोनी उन अनेक किसानों में से एक हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की पारदर्शी और सुविधाजनक धान खरीदी व्यवस्था का लाभ उठाते हुए अपनी मेहनत की उपज को सम्मानजनक मूल्य पर बेचा है। 45 डिसमिल भूमि में खेती करने वाले श्री सोनी इस वर्ष कुल 8 क्विंटल 80 किलोग्राम धान लेकर बक्साही उपार्जन केंद्र पहुँचे।
श्री सोनी बताते हैं कि पिछले वर्ष भी उन्होंने लगभग इतनी ही उपज विक्रय की थी, उनका कहना है कि 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से उन्हें अपनी उपज का उचित मूल्य मिला जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी, वे कहते हैं छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के लिए जो व्यवस्थाएँ की हैं, वे वास्तव में सराहनीय हैं। उपार्जन केंद्र में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती। तौल समय पर हो जाती है और भुगतान भी जल्दी मिल जाता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जो मूल्य बढ़ाया है, वह हम किसानों के लिए बड़ी राहत है। प्रक्रिया के दौरान उन्हें केंद्र में सुचारू तौल सुविधा, माप-तौल में शुद्धता, प्रतीक्षा के दौरान पेयजल एवं बैठने की व्यवस्था तथा टोकन प्रणाली के माध्यम से भीड़ रहित संचालन जैसी व्यवस्थाएँ मिलीं। इन सब सुविधाओं ने उपज विक्रय को सरल और पारदर्शी बना दिया।
उन्होंने आगे बताया कि इस बार की बेहतर कीमत से उनकी खेती में निवेश बढ़ेगा। वे आने वाले मौसम में अधिक उत्पादन हेतु आधुनिक कृषि तकनीक और गुणवत्तापूर्ण बीजों का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि कृषि उत्पादकता भी मजबूत होगी।



