अवैध रेत खनन और तेज रफ्तार ट्रैक्टरों से बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं: ग्रामीणों का आक्रोश, कड़ी कार्रवाई की मांग

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गौरेला पेंड्रा मरवाही । ग्राम पंचायत परासी, लोहारी में अवैध रेत खनन और तेज रफ्तार ट्रैक्टरों के कारण सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला थम नहीं रहा। आज एक दुखद हादसे में मिडिल स्कूल के हेडमास्टर ऋषि सिंह दीक्षित की ट्रैक्टर से टक्कर के बाद आकस्मिक मृत्यु हो गई। इस घटना ने ग्रामीणों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया, जिन्होंने गुस्से में ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद अवैध रेत खनन और तेज गति से वाहन चलाने की समस्या पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही, जिसके चलते ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।

जानबूझकर हादसों पर सख्त सजा की मांग

स्थानीय लोगों ने मांग की है कि ऋषि सिंह दीक्षित को टक्कर मारने वाले ट्रैक्टर चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत के तहत मामला दर्ज किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार चेतावनी और शिकायतों के बावजूद रेत माफियाओं और ट्रैक्टर चालकों द्वारा लापरवाही और तेज गति से वाहन चलाए जा रहे हैं, जो जानबूझकर लोगों की जान को खतरे में डाल रहा है। उन्होंने मांग की है कि ऐसे मामलों में दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई ऐसी लापरवाही न करे।

अवैध रेत खनन और प्रशासन की नाकामी

ग्रामीणों ने पुलिस और खनिज विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि क्षेत्र में अवैध रेत खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है, और रेत माफिया बिना पंजीयन के ट्रैक्टरों और भारी वाहनों से रेत का परिवहन कर रहे हैं। कई बार नाबालिग या अनुभवहीन ड्राइवरों को वाहन चलाने की जिम्मेदारी दी जाती है, जिससे हादसों की संख्या बढ़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने बार-बार पुलिस और खनिज विभाग में शिकायत की, लेकिन छोटे-मोटे चालान या सतही कार्रवाई के बाद माफियाओं के हौसले और बुलंद हो रहे हैं। एक ग्रामीण ने कहा, “प्रशासन की लापरवाही और मिलीभगत के कारण रेत माफिया बेखौफ होकर लोगों की जान ले रहे हैं।

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

हादसे के बाद पुलिस को मौके पर पहुंचने में एक घंटे का समय लगा, जबकि एंबुलेंस समय पर  पहुंच ही नहीं पाई। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की इस देरी को भी अस्वीकार्य बताया और कहा कि समय पर चिकित्सा सुविधा मिलने पर शायद ऋषि सिंह की जान बच सकती थी। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की इस लापरवाही को भी कटघरे में खड़ा किया है।

ग्रामीणों की चेतावनी और मांग

आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनकी मांगें हैं:अवैध रेत खनन पर पूर्ण रोक और दोषी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई। तेज रफ्तार ट्रैक्टरों और भारी वाहनों पर कड़ाई से नियंत्रण। हादसों में लापरवाही बरतने वाले चालकों के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर सजा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय पर एंबुलेंस और चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करना। पुलिस प्रशासन की जवाबदेही तय करना और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे सड़क जाम और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे

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