SECL : 17 सूत्रीय मांगों को लेकर गूंजे नारे, प्रबंधन को सौंपा गया पत्र
बिलासपुर। अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के आह्वान पर 12 सितंबर को देशभर के कोयला उद्योगों के क्षेत्रीय मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी क्रम में दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) मुख्यालय, बिलासपुर में बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता और ठेका श्रमिक एकत्रित हुए। गेट के सामने जोरदार नारेबाजी और विरोध-प्रदर्शन के बीच संगठन ने केंद्रीय कोयला मंत्री और कोल सचिव के नाम 17 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
संघ की प्रमुख मांगों में खदान कर्मियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की गारंटी, उत्पादन लक्ष्य की होड़ में सुरक्षा और पर्यावरणीय मानकों की अनदेखी पर रोक, आउटसोर्सिंग नीति पर नियंत्रण, ठेका श्रमिकों को हाई पावर कमेटी द्वारा तय वेतन व सामाजिक सुरक्षा लाभ दिलाना शामिल है। इसके अलावा भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन, पेंशन-आवास सुविधा, सिविल कार्यों में पारदर्शिता और श्रमिक संगठनों के साथ नियमित बैठकें आयोजित करने की भी मांग की गई।
इस मौके पर शाखा अध्यक्ष गौरव सिंह, सचिव शंखध्वनि सिंह बनाफर, कार्यकारी अध्यक्ष अजय सिंह, कोषाध्यक्ष सुनील राठौर, संचालन समिति सदस्य गिरजाशंकर आचार्य, आवास समिति सदस्य अनिल दिघ्रस्कर, पूर्व अध्यक्ष अरुण सोनी, अजय दास गुप्ता, शिवेंद्र सिंह, राय चौधरी, शिव साहू, पुरषोत्तम गुप्ता, पूर्व सचिव संदीप बल्लाल समेत कई पदाधिकारी और श्रमिक मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में प्रबंधन की ओर से वरिष्ठ प्रबंधक अनंत मिश्रा और प्रबंधक अरुण कुमार ने ज्ञापन ग्रहण किया। भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्यालय शाखा सचिव शंखध्वनि सिंह बनाफर ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन को कंपनी स्तर से बढ़ाकर कोल इंडिया स्तर तक ले जाया जाएगा।
