गणतंत्र दिवस पर मल्हार में धूमधाम, साहित्य और संस्कृति का अनूठा संगम

बिलासपुर। 76 वें गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर शा उ मा वि मल्हार में धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक सुनील दत्त मिश्रा जी विशिष्ट अतिथि कथा, पटकथा, संवाद लेखक,गीतकार दिलीप कौशिक एवं अध्यक्षता वरिष्ट कृषि वैज्ञानिक क्षेत्रीय प्रबंधक डाॅ चंद्रशेखर खरे ने की।

इस अवसर पर मस्तूरी क्षेत्र के वरिष्ट गीतकार, संगीतकार, साहित्यकार मा. दशरथ मतवाले , जाँजगीर-चाँपा जिला के वरिष्ट साहित्यकार ठाकुर व्यास सिंह गुमशुम,शिवकुमारी निराला, शुभद्रा कश्यप, मस्तूरी क्षेत्र के प्रसिद्ध गजलकार अधिवक्ता राजकिशोर पाण्डेय, डाॅ दुर्गा प्रसाद मेरसा ,हरीश पाण्डल, टेकचंद पाण्डल, सानुज सोनी एवं जतन कुमार कैवर्त ने गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर आयोजित क्षेत्रीय कवि सम्मेलन में राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत काव्य-पाठ कर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन शा. उ. मा. वि. मल्हार के वरिष्ठ व्याख्याता एवं मैत्री एकता साहित्यिक मंच बिलासपुर के अध्यक्ष जगतारन डहरे ने की।

इससे पहले जाँजगीर-चाम्पा जिला से आए हुए मितानिनों के समूह को नगर पंचायत-मल्हार के विभिन्न दार्शनिक स्थल जैसे देउर मंदिर, पातालेश्वर मंदिर एवं डिड़ेनेश्वरी मंदिर का भ्रमण एवं दर्शन कराया गया मंदिर परिसर के भोजन कक्ष में सभी अतिथियों के लिए चाय नाश्ता एवं भोजन का व्यवस्था किया गया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्व श्री अनिल बंजारे, राजेन्द्र नेताम, रवि देवांगन, गिरीश बाई पटेल, फोटोबाई टण्डन, गायत्री यादव,केकती बाई बघेल, गनेशी बाई यादव, पूर्णिमा टण्डन, उमेश श्रीवास, नोबेल श्रीवास, रामरतन श्रीवास, महेतरू मधुकर, दिलीप भूषण कुर्रे,वरिष्ट साहित्यकार भरत मस्तूरिया, दिलीप पाण्डेय, मदन सिंह ठाकुर एवं स्थानीय पत्रकार सर्व श्री हरिशंकर पाण्डेय, शेषनारायण गुप्ता,राजेश पाण्डेय जी एवं समिति के सदस्यों का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम की सराहना करते हुए मुख्य अतिथि महोदय सुनील दत्त मिश्रा जी ने कहा कि मैत्री एकता साहित्यिक मंच अपने नाम के अनुरूप लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं मैं कार्यक्रम के आयोजक डाॅ दुर्गा प्रसाद मेरसा एवं संस्था के अध्यक्ष व मंच संचालक कवि जगतारन डहरे जी का विशेष रूप से धन्यवाद करना चाहता हूँ जिन्होंने मुझे इस कार्यक्रम का साक्षी बनने का मौका प्रदान किया। मैं फिल्म इंडस्ट्रीज और छत्तीसगढ़ साहित्य परिवार की ओर से मंच को ढेरों बधाईयाँ और शुभकामनाएँ देता हूँ।मंच मैत्री एकता को कायम रखने में सफल हों। कार्यक्रम के अंत में बिलासा देवी संस्कृत विद्यालय के अध्यक्ष जतन कुमार कैवर्त ने आए हुए समस्त अतिथियों का आभार प्रकट कर कार्यक्रम समापन की घोषणा किया।

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