विनोबा नगर में हुई हत्या के मुख्य आरोपी इंद्रजीत यादव को बिलासपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पहले ही 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने सायबर सेल की मदद से प्रभावी कार्रवाई करते हुए उसे धर दबोचा।
24 अक्टूबर 2024 को मृतक हरिओम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद तारबाहर थाने में मर्ग दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर मामले की जांच शुरू की गई। जांच के दौरान लेन-देन को लेकर विवाद की बात सामने आई। मृतक के परिजनों और गवाहों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। इससे पहले पुलिस ने सुयश सिंह, सक्षम पांडेय, संतोष सोनी, तुषार मजूमदार, दामन सिंह और हर्षित गौरहा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मुख्य आरोपी इंद्रजीत यादव घटना के बाद फरार हो गया था। सायबर सेल की मदद से आरोपी के कॉल डिटेल और टावर लोकेशन का विश्लेषण किया गया। लोकेशन मिलने पर एक टीम को बलिया, उत्तर प्रदेश भेजा गया। आरोपी बार-बार ठिकाना बदल रहा था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से घटना में इस्तेमाल किया गया डंडा भी बरामद किया गया। आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर बिलासपुर लाकर न्यायालय में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
पुलिस की इस कार्रवाई में निरीक्षक कृष्ण चंद सिदार, सहायक उपनिरीक्षक उमेश उपाध्याय, संजय शर्मा और आरक्षक राहुल राजपूत व ख्वाजा असलम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी तत्परता और तकनीकी विशेषज्ञता से यह मामला सुलझाया जा सका।