गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी के खानापारा स्थित वेटरनरी कॉलेज फील्ड में आयोजित दो दिवसीय ‘एडवांटेज असम 2.0’ निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर शिखर सम्मेलन का भव्य उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में कई केंद्रीय मंत्री, वैश्विक उद्योग जगत के दिग्गज, 61 देशों के राजदूत, विदेशी व्यापार प्रतिनिधिमंडल और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
पूर्वी भारत और नॉर्थ ईस्ट बनेगा विकास का केंद्र
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्वी भारत और नॉर्थ ईस्ट की भूमि आज एक नए भविष्य की शुरुआत कर रही है। “एडवांटेज असम पूरी दुनिया को असम की संभावनाओं और प्रगति से जोड़ने का एक महा अभियान है। इतिहास गवाह है कि भारत की समृद्धि में ईस्टर्न इंडिया का बड़ा योगदान रहा है और अब नॉर्थ ईस्ट एक बार फिर अपना सामर्थ्य दिखाने जा रहा है।” उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए असम सरकार और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पूरी टीम को बधाई दी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का बड़ा दावा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 2030 तक असम की अर्थव्यवस्था 143 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी। उन्होंने निवेशकों से राज्य की विकास यात्रा में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा, “असम अब ‘सबसे अशांत’ से ‘सबसे शांत’ राज्य बन गया है। इस साल राज्य की जीडीपी वृद्धि दर 15.2 प्रतिशत होगी।” उन्होंने आश्वासन दिया कि असम उद्योगों की स्थापना के लिए सबसे अनुकूल माहौल प्रदान करेगा।
एडवांटेज असम 2.0 में इन क्षेत्रों पर रहेगी खास नजर
एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन में पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और हाइड्रोकार्बन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर, एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण, बांस और टिकाऊ फसल, खाद्य एवं पेय पदार्थ जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
विदेशी प्रतिनिधियों ने काजीरंगा का किया दौरा
सम्मेलन से पहले 61 देशों के राजदूत रविवार को असम पहुंचे और सोमवार को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राजदूतों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आयोजित यह शिखर सम्मेलन असम के आर्थिक विकास को वैश्विक निवेश के केंद्र में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।