बिलासपुर। नगरीय निकाय चुनाव के आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद महापौर पद के दावेदारों में हलचल तेज हो गई है। भाजपा में अधिवक्ता विष्णु सोनी का नाम संभावित उम्मीदवारों में प्रमुखता से उभरकर सामने आया है। पार्टी में उनकी संगठनात्मक पकड़, लंबे अनुभव और सक्रियता के चलते वे एक मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
अधिवक्ता विष्णु सोनी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े और छात्र राजनीति के दौरान संगठन में अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। वर्तमान में वे समाज की केंद्रीय समिति में संगठन मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के संगठन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
पिछले 25 वर्षों से भाजपा में लगातार सक्रिय रहने वाले अधिवक्ता विष्णु सोनी ने संगठन के विभिन्न अभियानों और नीतियों को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने में योगदान दिया है। वर्तमान में वे प्रदेश भाजपा की आरटीआई प्रकोष्ठ के सदस्य हैं। उनकी संगठनात्मक क्षमता, कानूनी अनुभव और जनसंपर्क का व्यापक दायरा उन्हें भाजपा नेतृत्व की पसंद बना सकता है।
खास बातचीत में अधिवक्ता विष्णु सोनी ने कहा, “मैंने हमेशा पार्टी और समाज के हित में काम किया है। यदि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद और विश्वास मिला, तो मैं महापौर का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। मेरा उद्देश्य बिलासपुर के विकास को नई दिशा देना है। साफ-सफाई, पानी, बिजली, सड़क और अन्य मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाना मेरी प्राथमिकता होगी।”
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि अधिवक्ता विष्णु सोनी की संगठनात्मक क्षमता और समर्पण ने उन्हें दावेदारों की सूची में प्रमुख स्थान दिलाया है। उनकी सामाजिक और राजनीतिक छवि पार्टी के लिए एक मजबूत विकल्प बन सकती है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा नेतृत्व महापौर पद के लिए किसे टिकट देता है। अधिवक्ता विष्णु सोनी की उम्मीदवारी ने बिलासपुर की राजनीतिक चर्चाओं को और अधिक तेज कर दिया है।