
गौरेला पेंड्रा मरवाही । लवकेश सिंह दीक्षित। । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित “सुशासन तिहार 2025” के अवसर पर परासी ग्राम पंचायत के नागरिकों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से एक विशेष और अनोखी मांग रखी है। ग्रामीण चाहते हैं कि मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर या उड़नखटोले से सीधे उनके गांव पहुंचें, लोगों से सीधा संवाद करें और लंबे समय से अनसुलझी समस्याओं का निदान करें। यह अपील सुशासन को जन-जन तक पहुंचाने के संकल्प को मजबूत करने वाली मानी जा रही है।
ग्रामवासी ठाकुर बृजेश सिंह दिक्षित ने मुख्यमंत्री को दिए आवेदन में गांव की प्रमुख समस्याओं का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि परासी के समीप भेड़वा नाला पहुंच मार्ग (लगभग 2 किलोमीटर) और लखनघाट सोन नदी कैथ घाट तीर्थ स्थल का विकास कार्य वर्षों से पूरा नहीं हो सका है। इसके अलावा, ग्रामीणों ने परासी में एक शासकीय महाविद्यालय स्थापित करने की मांग की है, ताकि क्षेत्र के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े।
ठाकुर बृजेश सिंह दिक्षित ने अपने आवेदन में लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री से विनम्र निवेदन है कि सुशासन तिहार के इस अवसर पर वे परासी गांव का दौरा करें, हमारी समस्याओं को स्वयं देखें और उनके समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाएं। इससे गांव का विकास तो होगा ही, साथ ही शासन के प्रति जनता का भरोसा भी मजबूत होगा।” उनका कहना है कि मुख्यमंत्री का यह कदम ‘भेंट-मुलाकात’ जैसे अभियानों को ग्रामीण स्तर पर और प्रभावी बनाएगा।

अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाने के लिए ग्रामीणों ने नारा लगाया- “जय जोहार – जय छत्तीसगढ़”। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
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मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर से परासी आगमन
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भेड़वा नाला पहुंच मार्ग का निर्माण
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लखनघाट तीर्थ स्थल का विकास
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परासी में शासकीय महाविद्यालय की स्थापना
यह मांग परासी के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। ग्रामीणों की यह पहल न केवल उनकी जरूरतों को उजागर करती है, बल्कि सुशासन के प्रति उनकी उम्मीदों को भी रेखांकित करती है। अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जवाब और उनकी संभावित परासी यात्रा पर टिकी हैं। क्या ग्रामीणों की यह विशेष अपील पूरी होगी? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा।