नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ में भाग लेंगे, जिसमें देशभर के 3,000 युवा नेताओं से बातचीत करेंगे। यह संवाद 12 जनवरी, राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर आयोजित किया जा रहा है, जो स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह कार्यक्रम बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक लाख युवाओं को राजनीति में लाने के प्रधानमंत्री के प्रयास का हिस्सा है।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव का नया रूप
प्रधानमंत्री मोदी का यह संवाद ‘राष्ट्रीय युवा महोत्सव’ का एक नया रूप है। प्रधानमंत्री, युवा नेताओं के साथ पूरे दिन विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिसमें ‘विकसित भारत’ की दिशा में उनके विचारों पर जोर दिया जाएगा। मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि वह इन युवाओं से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे।
युवाओं की नई पहल और विचार
इस संवाद में युवा नेता भारत की प्रमुख चुनौतियों पर पावरपॉइंट प्रस्तुतियां देंगे, जिसमें प्रौद्योगिकी, महिला सशक्तिकरण, स्थिरता, विनिर्माण, कृषि जैसे क्षेत्रों में नयी सोच और समाधानों की पेशकश की जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संवाद का उद्देश्य भारतीय युवाओं की ऊर्जा और रचनात्मकता को दिशा देना है, ताकि वे ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार कर सकें।
रात्रिभोज में नीति निर्माताओं से मिलेंगे युवा
कार्यक्रम का समापन केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों द्वारा आयोजित रात्रिभोज से होगा। यह युवाओं को एक अनौपचारिक वातावरण में नीति निर्माताओं के साथ संवाद करने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विचारों का आदान-प्रदान होगा।
युवाओं को मिलेगा मंच
केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल और श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में यह आयोजन भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय युवा महोत्सव का नया रूप है, जिसका उद्देश्य युवाओं को ‘विकसित भारत’ के लिए नवाचारी समाधान प्रस्तुत करने का एक अद्वितीय मंच प्रदान करना है।