नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर 500 ग्राम प्रधानों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं को अपने गांवों में प्रभावी रूप से लागू किया है। यह सम्मान उन प्रधानों को मिलेगा जिन्होंने अपनी पंचायतों में केंद्र की दस प्रमुख योजनाओं में से कम से कम छह योजनाओं को 90 प्रतिशत या उससे अधिक लाभार्थियों तक पहुंचाया है। इस समारोह में भाग लेने वाले प्रधानों को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।
केंद्र और राज्य सरकारों की सहयोगी भूमिका
पंचायतीराज मंत्रालय के इस प्रयास से यह साफ होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्याणकारी योजनाएं राज्यों और केंद्र के बीच सहयोग बढ़ाने में सफल हो रही हैं। यह कदम प्रधानों की मेहनत और योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन को मान्यता देने के लिए उठाया गया है।
500 प्रधानों को मिलेगा अवसर
सरकार ने राज्यों से उन ग्राम प्रधानों के नाम मांगे हैं जिन्होंने केंद्रीय योजनाओं को संतुष्टि के स्तर पर लागू किया है। इस प्रक्रिया के तहत डाटा संकलन जारी है और कुल 500 प्रधानों को इस सम्मान समारोह में स्थान मिलेगा।
महत्वपूर्ण योजनाओं के तहत कार्यान्वयन
इन प्रमुख योजनाओं में हर घर जल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, और प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं के माध्यम से ग्राम प्रधानों ने अपने गांवों में सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाई है।
अधिकारियों द्वारा किया जाएगा सत्यापन
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का सत्यापन विभिन्न तरीकों से किया जाएगा और राज्य सरकारों द्वारा भेजे गए आंकड़ों के आधार पर ग्राम प्रधानों का चयन किया जाएगा।
पंचायतीराज मंत्रालय द्वारा सम्मान
इस समारोह के अंतर्गत ग्राम प्रधानों को न केवल सम्मानित किया जाएगा, बल्कि उन्हें पंचायतीराज मंत्रालय द्वारा उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सराहा जाएगा।