नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में सड़क हादसों में घायल होने वालों को समय पर अस्पताल पहुंचाने वालों के लिए एक अहम घोषणा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार द्वारा पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है, लेकिन अब इस राशि को बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया जाएगा। यह फैसला सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार की लगातार बढ़ती चिंता और हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि के मद्देनज़र लिया गया है।
इस कार्यक्रम में गडकरी ने यह भी बताया कि सड़क पर गलत तरीके से खड़े वाहनों की जानकारी देने वालों के लिए एक नई योजना की शुरुआत की जा रही है। इस योजना के तहत यदि कोई व्यक्ति सड़क पर खड़े वाहन का फोटो नंबर सहित भेजता है और उसका चालान होता है, तो उस व्यक्ति को चालान की राशि का 10 प्रतिशत कमीशन के रूप में मिलेगा। इससे नागरिकों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता और सक्रियता बढ़ेगी।
गडकरी ने दुख जताया कि सड़क हादसों में हर दिन औसतन 474 लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। 2024 में कुल 1,80,000 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई, जिनमें से 66 प्रतिशत लोग 18 से 34 वर्ष आयु वर्ग के थे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि 50,000 लोग ऐसे थे जिन्हें यदि समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी।
मंत्री ने यह भी बताया कि सड़क सुरक्षा से संबंधित एक चिंताजनक आंकड़ा यह है कि इस वर्ष दस हजार बच्चों की मौत स्कूलों के गलत एंट्री-एग्जिट के कारण हुई है। गडकरी ने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे अपने बजट में 1000 से 2000 करोड़ रुपये की व्यवस्था करें ताकि स्कूलों के सामने रोड डिजाइन को बेहतर किया जा सके और फुटओवर ब्रिज बनाए जा सकें।
गडकरी ने सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी और नागरिकों से अपील की कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और एक जागरूक नागरिक के रूप में सरकार की योजनाओं में सहयोग करें।