बिलासपुर। त्रिस्तरीय पंचायत और नगरपालिका आम चुनाव 2025 के दौरान मतदान कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता के गंभीर आरोपों के चलते दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें मस्तूरी जनपद पंचायत के सेक्टर अधिकारी पौलुस बड़ा और बिलासपुर नगर निगम के मतदान अधिकारी विजय कुमार केने शामिल हैं।
मतदान कार्य में लापरवाही और शराब सेवन के आरोप
मस्तूरी में आयोजित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान पौलुस बड़ा, जो हसदेव जल संसाधन विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत थे, को सेक्टर 09 का सेक्टर अधिकारी नियुक्त किया गया था। उन्हें मतदान केंद्र क्रमांक 193 से 204 और 171 से 177 की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई थी।
चुनाव के दिन, 17 फरवरी 2025, बड़ा पर मतदान कार्य के दौरान शराब सेवन कर कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगा। उन्होंने मतदान की नियमित रिपोर्टिंग नहीं की, पीठासीन अधिकारियों से संपर्क नहीं किया और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया। इसके कारण मतदान प्रतिशत की जानकारी भेजने में अनावश्यक देरी हुई और कई मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था फैल गई।
इतना ही नहीं, मतदान समाप्त होने के बाद मतदान कर्मियों को उनके मानदेय का भुगतान भी नहीं किया गया, जिससे नाराज होकर ग्राम गतौरा के ग्रामीणों ने 18 फरवरी को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय का घेराव कर दिया। इस स्थिति से लोक व्यवस्था भंग हुई और शासन की छवि धूमिल हुई।
सहायक शिक्षक नशे की हालत में मतदान सामग्री लेने पहुंचे
इसी तरह, नगर निगम बिलासपुर में नगर पालिका आम चुनाव के दौरान विजय कुमार केने, जो कि शासकीय प्राथमिक शाला कडार में सहायक शिक्षक (पंचायत) के पद पर कार्यरत हैं, को मतदान अधिकारी क्रमांक-02 नियुक्त किया गया था।
10 फरवरी 2025 को जब वे मतदान सामग्री लेने पहुंचे, तो उन्हें नशे की हालत में पाया गया। एक लोक सेवक के रूप में यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 23 के उल्लंघन के अंतर्गत आता है।
दोनों अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया गया
चुनाव प्रक्रिया में घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता को देखते हुए, जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन) बिलासपुर ने श्री पौलुस बड़ा और श्री विजय कुमार केने को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
निलंबन आदेश के अनुसार:
- पौलुस बड़ा का मुख्यालय मुख्य अभियंता, हसदेव कछार जल संसाधन विभाग, बिलासपुर रखा गया है।
- विजय कुमार केने का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, बिल्हा निर्धारित किया गया है।
निलंबन अवधि के दौरान दोनों अधिकारियों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
चुनावी प्रक्रिया में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
चुनाव कार्य में इस तरह की लापरवाही प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है। निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता और सुचारू संचालन बनाए रखने के लिए अधिकारियों से कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन की अपेक्षा की जाती है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।