रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने और उनके नाम पर एक प्रेस भवन बनाने की घोषणा की है। यह ऐलान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बलरामपुर जिले के दौरे से पहले किया।
1 जनवरी 2025 की शाम पत्रकार मुकेश चंद्राकर अपने घर से अचानक लापता हो गए। अगले दिन, उनके भाई युकेश ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। फोन बंद होने के बावजूद पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की, और सीसीटीवी फुटेज में उन्हें आखिरी बार टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने देखा गया।
जांच के दौरान, जीमेल लोकेशन डेटा से पता चला कि मुकेश की अंतिम स्थिति छतरपुर, बीजापुर में थी। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी। शुक्रवार को रितेश चंद्राकर के फार्महाउस पर एक तलाशी के दौरान पुराने सेप्टिक टैंक को हाल ही में नए कंक्रीट से ढके होने का पता चला। संदेह के आधार पर टैंक को खोला गया, जिसमें मुकेश का शव मिला।
इस घटना के सिलसिले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है।