अंजनी कुमार तिवारी’सुधाकर, उत्कल बिलास साहित्य सेवा रत्न’ से सम्मानित

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बिलासपुर । रथयात्रा के पावन पावस काल में गुंडचा जगन्नाथ मंदिर, रेलवे कालोनी बिलासपुर में विगत वर्षों की भांति दिनांक ०१-०७-२०२५ को आयोजित उत्कल बिलास साहित्य सेवा का डा वामन चंद्र दीक्षित द्वारा संपादित बहुभाषी साहित्यिक पत्रिका उत्कल बिलास का विमोचन डा विनय कुमार पाठक-कुलपति थावे विद्या पीठ के मुख्य आतिथ्य, करुणाकर बेहरा की अध्यक्षता, न्यायमूर्ति चंद्र भूषण वाजपेई, पूर्व कुलपति हिदायतुल्लाह विधि विश्वविद्यालय, रायपुर के आसंदी प्रमुख के रुप में,डा राघवेन्द्र दुबे,डा बृजेश सिंह,डा एके यदू के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ।

विशिष्ट वक्ता के रुप में साकेत रंजन-वरिष्ठ रेल संरक्षा अधिकारी की उपस्थिति रही।

इस अवसर पर राष्ट्रीय साहित्य सेवा सम्मान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ी,वंगीय तथा उत्कल साहित्यकारों के साथ ही अंजनी कुमार तिवारी’सुधाकर’, अध्यक्ष-राष्ट्रीय कवि संगम इकाई बिलासपुर को उनके छत्तीसगढ़ी,हिंदी व भोजपुरी भाषा के विकास व साहित्य सेवा के लिए उत्कल बिलास साहित्य सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।

काव्य,नृत्य व भजन संध्या के मनोहारी आयोजन ने कार्यक्रम को अद्वितीय बना दिया।  सृष्टि गर्ग व सुश्री शौर्या भारत की गणेश व कृष्ण अनुनय नृत्य दर्शक दीर्घा का मन मोह लिया।

अंजनी कुमार तिवारी’सुधाकर, उत्कल बिलास साहित्य सेवा रत्न’ से सम्मानित https://targetofchhattisgarh.com/utkal-bilas-sahitya-seva-ratna/

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार यथा सनत कुमार तिवारी,अमृत लाल पाठक,राजेश सोनार,एम डी मानिकपुरी, बालमुकुंद श्रीवास,शीतल पाटनवार, शत्रुघ्न जशवानी’शाद’, आशीष श्रीवास,डा शुभेंदु मेहेर,डा निरंजन पण्डा,धनुर्जय हंतल,डा सुनीता मिश्रा,डा संगीता बनाफर,डा यादव, श्रीमती शोभा त्रिपाठी, रेणु वाजपेई, सीमा भट्टाचार्य, डा तन्मयी अगस्ती, यशोमति बारीक की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।कार्यक्रम में स्वागत संबोधन निर्मल राउत,संचालन डा बामन चंद्र दीक्षित तथा आभार प्रदर्शन डा विवेक तिवारी ने किया।

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